तेरी हर गीत, हर शब्द आज भी जुबान पर है और कौन भूल सकता है ? तेरी हर गीत, हर शब्द आज भी जुबान पर है और कौन भूल सकता है ?
शब्दों से परमात्मा का आभास शब्द गौरव गरिमा गान। शब्द सत्य है शब्द अनर्थ शब्दों से परमात्मा का आभास शब्द गौरव गरिमा गान। शब्द सत्य है शब्द अनर्थ
प्यारी और मीठी बातें तो, हर जुबान की शान बढ़ाती हैं। पर कुछ अंतराल के बाद तो कोयल की कू कू भी पर... प्यारी और मीठी बातें तो, हर जुबान की शान बढ़ाती हैं। पर कुछ अंतराल के बाद तो ...
पर मतलब तुम्हारे बोलने का तब भी नहीं होगा, पर मतलब तुम्हारे बोलने का तब भी नहीं होगा,
खामोशियाँ तेरे मेरे दरमियां, एक अनजान रिश्ता बनाती है। खामोशियाँ तेरे मेरे दरमियां, एक अनजान रिश्ता बनाती है।
काश मेरी कलम की स्याही से मेरे जज़्बात समझ पाए लोग। काश मेरी कलम की स्याही से मेरे जज़्बात समझ पाए लोग।